
लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी: प्रयागराज में महिला सशक्तिकरण और जनकल्याण का नया संकल्प
प्रयागराज के दारागंज में एक ऐतिहासिक क्षण तब रचा गया, जब उत्तर प्रदेश के माननीय उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी ने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी की प्रतिमा का अनावरण किया। यह आयोजन केवल एक श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि नारी शक्ति, सांस्कृतिक पुनर्जागरण और समावेशी विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का सशक्त प्रमाण बना।
त्रिशताब्दी वर्ष में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम ने न केवल लोकमाता के योगदान को सम्मान दिया, बल्कि वर्तमान शासन के जनकल्याणकारी प्रयासों को भी जनमानस तक पहुँचाया।
🔹 हाइलाइट्स: आयोजन की 5 महत्वपूर्ण बिंदु
✅ प्रतिमा अनावरण:
दारागंज, प्रयागराज में माननीय उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी द्वारा लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा का लोकार्पण — नारी नेतृत्व और भारतीय संस्कृति को समर्पित।
✅ महिला सशक्तिकरण संगोष्ठी:
"लोकमाता का जीवन आज की नारी के लिए आदर्श है" — माननीय उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी द्वारा प्रेरक उद्बोधन।
✅ सरकारी योजनाओं का वितरण:
PMAY, कन्या सुमंगला, स्वनिधि, और अंत्योदय योजना के लाभ सीधे लाभार्थियों को प्रदान किए गए — उपमुख्यमंत्री जी की उपस्थिति में।
✅ संस्कृति और सेवा का संगम:
काशी से रामेश्वरम तक मंदिरों के पुनरुद्धार से लेकर लोकसेवा तक, लोकमाता का जीवन भारत की आत्मा का प्रतिबिंब।
✅ समावेशी विकास का संदेश:
माननीय उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी ने कहा, “वंचितों, महिलाओं और गरीबों को सशक्त करना ही सच्चे राष्ट्र निर्माण की दिशा है।”
“हर नारी में बसती है एक लोकमाता” — माननीय उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी
माननीय उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी ने अपने भाषण में कहा:
“लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने जिस प्रकार अपने त्याग, शासन और सेवा से समाज को दिशा दी, उसी तरह आज की नारी भी समाज-निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार उसे हर कदम पर सशक्त करने को कृतसंकल्प है।”
इस संगोष्ठी में उन्होंने महिला शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक आत्मनिर्भरता जैसे मुद्दों पर सरकार की योजनाओं को विस्तार से साझा किया।
जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रभावी वितरण: अंत्योदय से आत्मनिर्भरता तक:
इस भव्य अवसर पर माननीय उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी की उपस्थिति में लाभार्थियों को विभिन्न योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ प्रदान किया गया — जो इस कार्यक्रम की सामाजिक उपयोगिता को और भी गहराई प्रदान करता है।
प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY):
गरीबों को पक्के घरों की चाबी सौंपते हुए आत्मसम्मान की नींव रखी गई।
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना:
बेटियों के लिए आर्थिक सहायता और उज्ज्वल भविष्य का संदेश।
स्वनिधि योजना:
छोटे व्यापारियों को स्वरोजगार का अवसर, आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और कदम।
दीनदयाल अंत्योदय योजना:
अंतिम व्यक्ति तक सहायता पहुँचाने की प्रतिबद्धता।
माननीय उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी ने इसे "विकास का सशक्त स्थानीयकरण" करार दिया।
संस्कृति से लेकर समावेश तक:
माननीय उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी ने कहा,
“प्रयागराज की भूमि सदैव धर्म, संस्कृति और चेतना की वाहक रही है। लोकमाता की त्रिशताब्दी पर यहां से जो संदेश गया है, वह पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत बनेगा।”
उनकी उपस्थिति ने इस आयोजन को केवल राजकीय औपचारिकता नहीं, बल्कि एक जनभावना का उत्सव बना दिया — जिसमें संस्कृति, सेवा और समावेश का अद्वितीय संगम देखने को मिला।
✊ उत्तर प्रदेश की प्रतिबद्धता: “सबका साथ, सबका विकास”
इस ऐतिहासिक अवसर ने यह स्पष्ट कर दिया कि उत्तर प्रदेश सरकार केवल योजनाओं की घोषणा नहीं करती, बल्कि उन्हें ज़मीन पर उतारकर समाज के हर वर्ग तक पहुँचाने में विश्वास रखती है।
माननीय उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी का स्पष्ट संदेश था —
"लोकमाता की प्रेरणा हमें नीति नहीं, नीयत बदलने का आह्वान देती है। उत्तर प्रदेश की नीतियां आज ‘जनसेवा से जनसशक्तिकरण’ तक का सफर तय कर रही हैं।”
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