यात्रा

विधायक से उपमुख्यमंत्री बनने तक का सफर

विधायक से उप-मुख्यमंत्री तक का सफ़र

वर्ष 2012 में भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इनके संगठन के प्रति कार्यों एवं समर्पण को देखते हुए सिराथू विधान सभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया । सैनी में आपके नेतृत्व में पहली बार ऐसी सभा आयोजित हुई कि दुबारा इस मैदान में इतनी बड़ी कोई जनसभा नही हो सकी । विराट जन सैलाब ने सब को देखा बार-बार, केशव भईया अबकी बार का नारा बुलन्द किया । परिणमतः केशव प्रसाद मौर्य 6 मार्च 2012 को सिराथू विधानसभा से भारी मतों से विधायक निर्वाचित हुए।

पहली बार विधायक बनने के बाद 

सोलहवीं लोकसभा 2014 के चुनाव के पूर्व भारतीय जनता पार्टी सम्पूर्ण जनमानस में छा गई । इस दौरान भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व स्वच्छ छवि वाले जुझारू व व्यवहार कुशल युवा प्रत्याशियों को ही मैदान में उतारना चाहता था । इसी निमित्त भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह जी ने स्थानीय कार्यकर्ताओं व वरिष्ठ पदधिकारियों की सहमति से 51, फूलपुर लोकसभा सीट से केशव प्रसाद मौर्य को प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतारा ।

 

भाजपा के तत्कालीन प्रदेश प्रभारी श्री अमित शाह जी स्वयं फूलपुर की सीट की जीत के लिए चुनावी जनसभा में भाग लिया । भाजपा-केन्द्रीय नेतृत्व के अथक प्रयासों तथा फूलपुर संसदीय क्षेत्र के सभी समर्पित भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों की दिन-रात मेहनत के परिणामस्वरूप एक अखबार और चाय बेचने वाले सामान्य से व्यक्ति केशव प्रसाद मौर्य को फूलपुर लोकसभा सीट की जनता-जनार्दन ने 3 लाख से अधिक मतों से विजयी बनाकर इतिहास रच दिया । केशव प्रसाद मौर्य जब फूलपुर से जीते थे, तो यह पार्टी के लिए भी अप्रत्याशित था क्योंकि इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने पहली बार जीत का स्वाद चखा था । आज़ादी के बाद से ही ये संसदीय सीट न सिर्फ़ प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का संसदीय क्षेत्र रहा, बल्कि यहां से तमाम दिग्गजों ने चुनाव लड़ा है  किन्तु केशव के अथक प्रयास से पहली बार फूलपुर कांग्रेस मुक्त बना ।

वर्ष 2014 से 2016 तक केशव एक सांसद के रूप में क्षेत्रीय जनता के सुख-दुख में शामिल होकर एक जनप्रतिनिधि की भूमिका को बखूबी निभाते रहे। केन्द्र सरकार के वरिष्ठ मंत्री- गणों तथा सरकारी महकमा से तालमेल बिठाकर क्षेत्र के विकास हेतु निरन्तर प्रयास करके विकास के पथ पर एक नया इतिहास रचा।

इन की कार्यपद्धति और आम जनता के बीच सहभागिता से प्रभावित होकर भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व ने देश के सबसे बड़े राज्य और विश्व की सबसे बड़ी एवं सशक्त पार्टी का 16 अप्रैल 2016 को प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व सौंपा । केशव के अद्भुत नेतृत्व से प्रदेश के कार्यकर्ताओं के उत्साह में अभूतपूर्व बदलाव आया । भारतीय जनता पार्टी, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पद पर उस दौरान विराजमान हुए जब विगत 14 वर्ष से भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता प्रदेश में सत्ता का दंश झेल रहा था । सभी कार्यकर्ताओं के मन में एक विश्वास सा जगा और ग्राम स्तर से प्रदेश स्तर तक का कार्यकर्ता और पदाधिकारी तन मन और धन से समर्पित होकर पार्टी को सत्ता में लाने के लिये दिन रात कठोर परिश्रम करना प्रारम्भ कर दिया ।

      केशव ने प्रदेश के कार्यकर्ताओं का उत्साह और अपने प्रति विश्वास को देखकर एक नई ऊर्जा के साथ उत्तर प्रदेश में नेतृत्व द्वारा दिए गए लक्ष्य 265+ के मिशन को अबकी बार तीन सौ पार के उद्देश्य के साथ  तैयारी में लग गए । केशव ने महज तीन माह में ही उत्तर प्रदेश के अधिकांश जनपदों का दौरा करने में बहुत बड़ी सफलता हासिल कर अभियान को जारी रखा परिणाम स्वरूप 11 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश में 325 विधान सभाओं में भारतीय जनता पार्टी व अन्य सहयोगी दलों के प्रत्याशी विजयी होकर ऐतिहासिक और अभूतपूर्व पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के मिशन को पूर्ण किया ।


उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का भव्य स्वागत

तत्पश्चात भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व ने सरकार गठन में उप मुख्यमंत्री पद के दायित्व को सौंपा और पुनः केशव प्रदेश की जनता और दिन रात कठोर परिश्रम करने वाले कार्यकर्ताओं से सामंजस्य बिठाकर सेवाकार्य में लग गए जिसमें वह पूरी तन्मयता और निष्ठा के साथ निरंतर कार्यरत हैं । सरकार गठन के पश्चात लोक निर्माण विभाग (पीडब्लूडी)  मंत्रालय की जिम्मेदारी केशव को सौंपी गयी । उनका मानना है कि कृषि, व्यापार, उद्योग या सामाजिक विकास, सड़कें सभी के लिए विकास का मार्ग प्रशस्त करती हैं । इसी जरूरत पर जोर देते हुए उनके नेतृत्व में पीडब्लूडी अपने प्रथम दिन से ही प्रदेश की सडकों के निर्माण एवं चौड़ीकरण, नए फ्लाईओवर का निर्माण और नदियों-नालों पर पुलों का निर्माण, इन सभी मुददों को बहुत ही गंभीरता से लिया है । उत्तर प्रदेश का लोक निर्माण विभाग सभी जिलों को प्रदेश की राजधानी से सीधे जोड़ने के लिए सड़कों के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने में लगा हुआ है । विभाग केशव के नेतृत्व में  सभी सड़कों को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है ।


उप मुख्यमंत्री पद की शपथ के पश्चात केशव प्रसाद मौर्य

उत्तर प्रदेश की सडकों को और भी बेहतर बनाने के लिए केशव ने दो नई पहल की है । जिसमें प्रथम पी.डब्लू.डी. की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए ‘थर्ड पार्टी सुरक्षा ऑडिट’ की शुरुआत की । जिसमें लोक निर्माण विभाग 5 किमी और उससे अधिक लंबाई की सड़कों का निरीक्षण-कार्य प्रदेश में स्थित राजकीय तकनीक संस्थानों, एन.आई.टी. एवं आई.आई.टी. से कराएगी । इस पहल से नई सड़कों की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है और सड़क निर्माण कार्यों में पारदर्शिता भी आयी है । द्वितीय, माध्यमिक शिक्षा परिषद, 0प्र0 की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षाओं में प्रदेश में टॉप करने वाले मेधावी छात्रों के घरों को पक्की सड़क से जोड़ने की योजना का विचार इनके ही द्वारा दिया गया । इस योजना से मेधावी छात्रों को भविष्य में और अधिक परिश्रम करने  हेतु प्रोत्साहन मिल रहा है । 

 

इन सभी कार्यों के साथ केशव प्रसाद मौर्य आज भी सबसे ज्यादा जनता से मिलने वाले नेता हैं । लगभग हर दिन अपने आवास पर जनसुनवाई करके प्रदेशवासियों की समस्याओं का निवारण करते हैं जबकि प्रत्येक सोमवार एवं मंगलवार को अपने आवास पर जनसुनवाई में किसी खास समूह जैसे दिव्यांग, बुजुर्ग, महिलाओं एवं युवाओं की समस्याओं को खास वरीयता देते हैं । इनकी कार्य-प्रणाली और जन संवेदना इन्हें एक विशेष दर्जा प्रदान करती है और लोकप्रिय जननेता के रूप में प्रतिस्थापित करती है ।

 

 

 

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