केशव का सक्रिय राजनीति में प्रवेश
माननीय अशोक सिंघल जी के आदेश पर केशव प्रसाद का सक्रिय राजनीति में प्रवेश
केशव जी का व्यक्तित्व हमेशा से कर्तव्यपूर्ण और संघर्षवान रहा | 2000 के दशक में केशव जी ने सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया । उनके गुरु माननीय अशोक सिंघल जी के आदेश पर ही उन्होंने सक्रिय राजनीति में अपना कदम रखा । सन 2002 में जब माननीय श्री राजनाथ सिंह जी की सरकार उत्तर प्रदेश में आयी और वहीं केंद्र में अटल बिहारी बाजपेई जी की सरकार थी इस दौर में उन्होंने पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्त्ता के रूप में जी-जान लगा दी थी ।
धीरे धीरे समय बीतता गया और इनकी छवि हिन्दू नेता व ओजस्वी वक्ता के रूप में प्रचलित हो गयी और इनको सम्पूर्ण हिन्दू समाज प्रखर हिन्दू नेता के रूप में देखने लगा । उनके जुझारू व्यक्तित्व को देखते हुए और इनके प्रति कार्यकर्ताओं के विश्वास से प्रभावित होकर भारतीय जनता पार्टी ने पहली बार वर्ष 2004 में इलाहाबाद शहर पश्चिमी से विधानसभा प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा, यहीं से आपकी राजनीतिक जीवन की शुरूआत हुई । यह क्षेत्र पूर्ण रूप से गुंडों और माफियाओं के कब्जे में था जहां कोई जनसभा करना आसान नहीं था । परन्तु केशव ने अपने प्रभाव एवं कार्यदक्षता के बल पर इसी क्षेत्र में विराट हिन्दू सम्मेलन कराकर पार्टी के प्रति क्षेत्रीय लोगों में एकबार फिर से विश्वास जगाने का कार्य किया ।